Sushant Singh Rajput एक ऐसा चमकता सितारा जो सपने पूरे करने मुंबई आया था

Sushant Singh Rajput: बॉलीवुड के चमकते हुए आसमान में Sushant Singh Rajput एक ऐसा चमकता सितारा था, जो अपनी ज़मीनी ज़िंदगी से निकलकर सपने पूरे करने मुंबई आया था. एक छोटे से ब‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍िहार के पटना से निकलकर उन्होंने ऐसी छाप छोड़ी कि आज भी उनके फैंस उन्हें प्यार से “सुश” कहकर बुलाते हैं. उनकी आंखें सपने देखतीं, चेहरे पर हर पल मुस्कुराहट होती और उनकी अदाकारी में एक ऐसी मासूमियत झलकती जो हर दिल को छू लेती. चलिए आज उन्हीं की कहानी को सुलझाते हैं.

Sushant Singh Rajput – सपनों की उड़ान, दिल्ली से मुंबई तक का सफर

दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में पढ़ाई के दौरान ही Sushant Singh Rajput को थिएटर और डांस का कीड़ा काट चुका था. उन्होंने श्यामक डावर की अकादमी में डांस सीखा और थिएटर प्ले करने लगे. एक्टिंग को अपना जुनून बनाकर उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई छोड़ दी और सपनों का पीछा करने मुंबई आ गए. मुंबई आने के बाद शुरुआत मुश्किल थी. कई ऑडिशन्स दिए, नकार सुनते रहे, पर हार नहीं मानी. फिर उन्हें टीवी सीरियल “किस देश में है मेरा दिल” में पहला ब्रेक मिला. ये पहला कदम था उनकी सफलता की सीढ़ी का.

टीवी जगत में धूम मचाते “मनव” और “कृष्ण”

“किस देश में है मेरा दिल” के बाद सुशांत को ज़ी टीवी के मशहूर सीरियल “पवित्र रिश्ता” में “मनव” का किरदार मिला. ये किरदार उनके लिए टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ. लाखों दर्शकों ने उनके मासूम चेहरे और बेहतरीन अदाकारी को पसंद किया. “मनव” का किरदार इतना मशहूर हुआ कि हर घर में उन्हें इसी नाम से पहचाना जाने लगा. फिर “पवित्र रिश्ता” के “कृष्ण” के किरदार ने तो उनकी लोकप्रियता को हवा दे दी. टीवी जगत में सुशांत ने अपनी एक अलग पहचान बना ली थी.

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बॉलीवुड का सफर: सपनों को पर लगाते “एम.एस. धोनी”

Sushant Singh Rajput, टीवी की सफलता के बाद सुशांत की नज़रें अब बड़े पर्दे की ओर थीं. 2013 में फिल्म “काई पो चे!” से उन्होंने बॉलीवुड में धमाकेदार एंट्री ली. उनकी बेहतरीन अदाकारी को खूब सराहा गया. इसके बाद “शुद्ध देसी रोमांस,” “पीके,” “डिटेक्टिव ब्योमकेश बक्शी!” से उन्होंने अपनी अलग छवि और बहुमुखी प्रतिभा का लोहा मनवाया. लेकिन 2016 में आई फिल्म “एम.एस. धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी” ने उन्हें नई बुलंदियों पर पहुंचा दिया. क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी के किरदार में सुशांत का शानदार अभिनय हर किसी को पसंद आया. इस फिल्म ने उन्हें राष्ट्रीय पहचान और कई अवॉर्ड दिलाए.

दिल छू लेने वाली फिल्में और अनंत की उड़ान

“एम.एस. धोनी” के बाद Sushant Singh Rajput ने लगातार शानदार फिल्में दीं. “राब्ता,” “केदारनाथ,” “सोनचिड़िया,” “छिछोरे,” “ड्राइव” जैसी फिल्मों में उनकी हर भूमिका अलग थी, हर फिल्म में उन्होंने कमाल का अभिनय किया. उनकी आखिरी फिल्म “दिल बेचारा” का दर्शकों को बेसब्री से इंतजार था, पर हादसे के चलते ये फिल्म उनके लिए अंतिम विदाई बन गई. सुशांत केवल एक बेहतरीन अभिनेता ही नहीं थे, बल्कि एक जमीन से जुड़े इंसान भी थे. वो हमेशा समाजसेवा में लगे रहते थे, ज़रूरतमंदों की मदद करते थे. उनकी सादगी और दिल से बात करने का अंदाज हर किसी को अपना बना लेता था.

एक अधूरा सफर, पर ज़िंदगी भर का प्यार

14 जून 2020 को Sushant Singh Rajput के अचानक चले जाने से पूरा देश स्तब्ध रह गया. उनके चाहने वालों को यकीन ही नहीं हुआ कि उनके हंसमुख चेहरे के पीछे इतना बड़ा दर्द छुपा था. उनके चले जाने का ग़म आज भी उनके फैंस के दिल में है. पर यकीन मानिए, उनकी हर फिल्म, हर किरदार, उनकी मुस्कुराहट हमें याद दिलाती है कि वो हमारे बीच ही हैं, हमारे दिलों में ही हैं. वो एक सपने देखने वाला था

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